Ajvain ki kheti
Ajvain ki kheti

Ajvain ki kheti:अजवान को मसाला के तरह इस्तेमाल किया जाता है । भारत में इसका खास कर इतेमाल होता है ।

अजवान का पौधा धनिया के पौधा जैसा ही दिखता है । इस पौधा का लम्बाई लग भाग 1 मीटर होता है ।

इस पौधा में कई प्रकार के खनिज होता है । जो शरीर के लिए लाभ दायक होता है । इस पौधा का और भी बहुत फेयदा होता है ।इस पौधा का और्वेदा में भी कई इस्तेमाल होता है । इस से कई फैयदा होता है ।

अजवान की खेती कैसे किया जाता है ।

Ajvain ki kheti:जैसे सब खेती करने का अलग अलग समय होता है वैसे ही अजवान की खेती का समय होता है ।अजवान की खेती का सही समय ठंड का मौसम होता है । इस समय अजवान के पौधा का सही विकाश होता है । अजवान का दाम काफी अच्छा होता है । इस लिए किसान इसका खेती करना पसंद करते है ।

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अजवान की खेती के लिए कैसा मिटटी चाहिए ।

Ajvain ki kheti:अजवान की खेती के लिए अलग मिट्टी होना चाहिए । जिस जगह आप अजवान की खेती करने का सोचते है । उस मिट्टी में बालू होना चाहिए ।इस पौधा के विकाश के लिए वातावरण ठंडा होना चाहिए । जब इसका फूल आने लगता है । तब इस फूल को पकने के लिए गर्म मौसम होता है । ध्यान में रखे जहाँ आप इसका खेती करना चाहते है उस जगह पे धुप आना चाहिए ।

ajavain kee khetee kahaan hotee hai

अजवान को पकने के लिए कैसा तापमान होना चाहिए ।

Ajvain ki kheti:अजवान को पकने के लिए तापमान 25 से 30 डिग्री होना चाहिए । लेकिन पौधा के विकाश के लिए तापमान 10 डिग्री होना चाहिए ।

जब पौधा में अजवान हो जाता है तो इस समय तापमान 30 डिग्री होना चाहिए । इस में पौधा का अजवान पक जाता है ।

अजवान के कई प्रकार होता है ।

लाभ सिलेक्शन 1:

Ajvain ki kheti:इस प्रकार अजवान का खेती खास कर राजस्थान और अमृसर में किया जाता है । इस पौधा को लगाने के बाद 130 से 140 दिन के बाद पक कर तैयार हो जाता है । इस पौधे के ऊंचाई 3 फिट होती है ।

लाभ सिलेक्शन 2:

Ajwan ki kheti kaise karen:पौधों की यह किस्म सिंचित और असिंचित दोनों ही भूमि में अधिक उत्पादन देने के लिए उगाई जाती है | इसमें पौधे लगभग 135 दिन में पक कर तैयार हो जाते है | इसमें प्रति हेक्टयेर उत्पादन 10 क्विंटल तक होता है |यह पौधा संचित और असंचित दोनों ही जमीं में किया जाता है । इस प्रकार का पौधा 135 दिन पक कर तैयार हो जाता है । एक हेक्टर में एक किवंटल अजवान होता है ।

ऐ ए 1:

इस प्रकार के पौधा किसी भी प्रकार के मिटटी में उगाया जाता है । जब इस प्रकार का अजवान का पौधा लगाया जाता है तो 170 दिन में तैयार हो जाता है । एक हेक्टर जमीन में 15 किवंटल अजवान तैयार हो जाता है ।

ए ए 2 :

इस प्रकार का पौधा संचित और कम पानी वाले जगह में उगाया जाता है । जब इस पौधा को लगया जाता है तो 140 दिन के बाद यह पौधा पक कर तैयार हो जाता है ।

खेती की तयारी कैसे करे ।

Ajvain ki kheti:अजवान के खेती के लिए उस खेती का मिटटी भुरभुरा होना चाहिए । जिस खेत में आप अजवान लगा रहे है अगर उस खेत में पहले से अगर कोई दूसरा पौधा ऊगा हुआ है तो उसे नष्ट कर दे ।

एक बार खेत की जोताई अच्छा से कर ले । उस के बाद ही उस में हवा लगाने के लिए 2 से 3 दिन छोड़ दे ।Ajvain ki kheti:जब आप के खेत का जोताई हो जाये तो इसमें गोवर का खाद दाल दे । इसके बाद फिर से आप इस को एक बार जोताई दे । फिर इस में पानी दाल दे । इस से आप का खेत तैयार हो जायेगा ।फिर आप इस में अजवान लगा सकते है । ऐसे लगाने से आप का अजवान का खेती अच्छा होगा ।

अजवान की रोपाई कैसे किया जाता है ।

Ajvain ki kheti:अजवान की रोपाई का आसान तरीका होता है अगर आप का खेत तैयार हो गया है तो आप को अजवान छिड़काव कर रोप देना चाहिए ।

जब इस प्रकार से अजवान रोपेगे तो 3 से 4 कग अजवान आप एक दिन में रोप देंगे । अजवान को खेत में छिडक़ने करने से पहले खेत में अलग अलग कयारी बना दीजिये । इस से आप को खाद और पानी देने में आसान रहेगा ।

पौधे की सिचाई कैसे करे । Ajvain ki kheti

किसी भी विधि के बाद आप अपने खेत का सिचाई कर सकते है । जब आप खेत का सिचाई करे तो उस समय पानी का धारा का गति कम होना चाहिए ।

खेत में खाद का मात्रा ।

अगर आप के खेत में अगर 12 से 15 कियारी है । तो आप को 25 KG  यूरिय डालना चाहिए ।

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